Saturday 30 July 2011

Prize distribution by "THE WAKE"

पुरस्कार वितरण के अवसर पर उपस्थित "डी वेक" टीम 
व् 
BDMI  DIRECTOR USHA MEHTA 
                                                                                                                                              
बी.डी.मेमोरिअल इंस्टिट्यूट की डायरेक्टर उषा मेहता  अपना वक्तव्य देते हुए 


 कुमार चिरंजीवी को प्रथम पुरस्कार देते हुए
 " डी वेक" के ज्योतिषाचार्य टी पी तिवारी 


रम्या कार्तिक को द्वितीय पुरस्कार देते हुए
"डी वेक" के समाचार संपादक राजेश कश्यप





श्वेता गर्ग को तृतीय पुरस्कार देते हुए
बिहार मार्केटिंग इंचार्ज नरेन्द्र गुप्ता 

वाद -विवाद प्रतियोगिता में अपने विचार प्रकट करते हुए
मधुरा मोइत्रा
व् सुनते हुए अन्य प्रतिभागी .





DEBATE IN BDMI.

क्यों भुला बैठे हम शहीदों को ?



द वेक टीम  वाद -विवाद प्रतिभागियों को सुनते हुए 

BDMI ' की शिक्षिका  श्रीमती घाटे व् अन्य
वाद -विवाद प्रतियोगिता के  प्रतिभागियों  को ध्यान से सुनती हुयी 




















बिदीएम आई  छात्रो के अनुसार निम्नलिखित कारण


१. मधुरा मोइत्रा ,मेरा देश महान कहने से देश महान नही होता बल्कि हमें अच्छे कार्य करने होंगे जिनसे हम अपने देश को दुनिया के सामने महान दिखा सके .


२. सायंतन दत्ता ,हम आजादी के मूल्य कों भूल चुके है |यही वजह है कभी गाँधी जी के जूते की नीलामी करते है तो कभी उनका चश्मा चोरी हो जाता है |


३. एस. कृष्णमूर्ति . शहीदों के चित्रों के आगे फूल -मालाये चढाने का मतलब उन्हें  याद करना नही होता वरन उनके विचारों को जिन्दा रखना होता है |
४. सोहम सत्यधर्मा ,टीवी ,इन्टरनेट की तेज रफ़्तार  हमें हमारा अतीत,"आजादी के पहले का समय "  याद करने   नहीं  देता  |सच ये है की आजकल लोग स्वतंत्रता दिवस के दिन को छुट्टी के रूप में मनाना ज्यादा पसंद करते है |
५. देवलीना सान्याल ,बदलाव की रफ़्तार सब कुछ समेट कर ले जा रही है |पैसे के लिए लोग देश को बेचने से नही चुकते वे शहीदों को क्या याद करेंगे 


६. कुमार चिरंजीवी ,शहीदों को याद  रखने के लिए अगर तारीखे न बनायीं गयी होती तो आज इनकी परछाई भी हमारे पास न होती |
७. रम्या कार्तिक ,समय के साथ सोच बदलती है, लक्ष्य बदलता है,१९४७ के पहले आजादी प्राप्त करना पहला ध्येय था | आज सबके पास   अलग -अलग उद्देश्य है, लक्ष्य है|









Saturday 23 July 2011

St. Stephens School

 
A PANEL DISCUSSION ORGANISED BY "THE WAKE" Hindi monthly at the  " ST. STEPHENS SCHOOL " .SUB: WHY WE HAVE FORGOTTEN OUR MARTYRS.


"SHUBHRA   reporter "THE WAKE" "ST.STEPHENS SCHOOL'S principal S. CHAKRAVARTY ,teacher ANANYA DUTTA ,INDU ARORA . 








"THE WAKE" Team 
Richa Trivedi  , Shubhra , Nirmal Agarwal 
सेंट स्टीफेंस स्कूल की प्रिंसिपल एस. चक्रवर्ती के अनुसार "हम लोग शहीदों को नहीं भूले बल्कि शहीदों को याद करतेहै और उनकी स्मृति में अक्सर आयोजन करते रहते है ".
शिक्षको ने समय के बदलते तेवर को जिम्मेदार बताया ,व्यस्तता ,टीवी ,इन्टरनेट के बढ़ते चलन को  भी  कारण बताया |